राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू

पटना: बिहार में पंचायत चुनाव दस चरणों में कराने की तैयारी राज्य सरकार ने शुरू कर दी है। यह चुनाव 03 अगस्त, 2021 से 03 नवम्बर तक समपन्न होने की सम्भावना है। सूत्रों की माने तो चुनाव के लिए कई राज्यों से दो लाख ईवीएम मंगाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने पदाधिकारियों को नामित कर दिया है। निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन विभाग से तीन पदाधिकारियों (जिसमें हिलसा के अवर निर्वाचन पदाधिकारी प्रेम प्रकाश एवं डुमराव के अनिल पटेल शामिल हैं) की प्रतिनियुक्ति आयोग में करने के लिए पत्र लिखा है।

जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिहार सरकार अब सख्त कदम उठाने की कोशिशों में जुट गई है। पंचायती राज विभाग त्रिस्तरीय पंचायत और ग्राम कचहरियों के चुनाव के लिए प्रारूप तैयार कर रही है, जिसमें दो या उससे अधिक बच्चे वालों को अयोग्य घोषित करने और चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करने का प्रावधान किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सम्भवत: वर्ष 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव, इस प्रावधान में, शामिल न हो सके, परन्तु भविष्य में यानि इसके बाद के चुनाव में यह प्रावधान लागू हो जायेगा।

राज्य निर्वाचन आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला पदाधिकारी को अगस्त से चुनाव की प्रक्रिया शुरू किए जाने के निर्देश दिए हैं और जिलों से, चुनाव से जुड़ी तैयारियों की रिर्पोट भी मांगी है। सूत्रों का कहना है कि सम्भव है कि चुनाव के पहला चरण में 03 अगस्त को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 27 अगस्त को मतदान होगी और 29 एवं 30 अगस्त को मतगणना सम्पन्न होगी।

  • दूसरा चरण में 06 अगस्त को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 31 अगस्त को मतदान होगी और 02 एवं 03 सितम्बर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • तीसरा चरण में 16 अगस्त को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 10 सितम्बर को मतदान होगी और 12 एवं 13 सितम्बर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • चौथा चरण में 20 अगस्त को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 14 सितम्बर को मतदान होगी और 16 एवं 17 सितम्बर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • पांचवा चरण में 01 सितम्बर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 24 सितम्बर को मतदान होगी और 26 एवं 27 सितम्बर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • छठ्ठा चरण में 06 सितम्बर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 30 सितम्बर को मतदान होगी और 02 एवं 03 अक्तूबर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • सातवां चरण में 13 सितम्बर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 08 अक्तूबर को मतदान होगी और 10 एवं 11 अक्तूबर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • आठवां चरण में 24 सितम्बर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 18 अक्तूबर को मतदान होगी और 20 एवं 21 अक्तूबर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • नौवां चरण में 29 अक्तूबर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 22 अक्तूबर को मतदान होगी और 24 एवं 25 अक्तूबर को मतगणना सम्पन्न होगी।
  • अंतिम और दसवां चरण में 04 अक्तूबर को अधिसूचना जारी किया जायेगा, 31 अक्तूबर को मतदान होगी और 02 एवं 03 नवम्बर को मतगणना सम्पन्न होगी।

बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान पंच एवं सरपंच के पदों के लिए चुनाव बैलेट पेपर से हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग इस प्रस्ताव पर मंथन करना शुरू कर दिया है और सभी जिलाधिकारियों से सुझाव मांगे हैं। राज्य में चार पदों मुखिया, जिला परिषद सदस्य, वार्ड सदस्य एवं पंचायत समिति सदस्य का चुनाव ईवीएम से और दो पदों पंच और सरपंच का चुनाव वैलेट पेपर से कराया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार ओडिसा से ईवीएम सीवान एवं गया को, हैदराबाद से भोजपुर को, तेलंगाना से मधेपुरा, जमुई एवं नवादा को, केरल से सारण, गोपालगंज, पटना बेगूसराय एवं मुगेर को, राजस्थान से मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण एवं वैशाली को, तमिलनाडू से शेखपुरा को, त्रिपुरा से षिवहर को, नागालैण्ड से पूर्णियाँ को,उत्तर प्रदेश से कैमूर को, गुजरात से बांका को, अरूणाचल प्रदेश से भागलपुर को, महाराष्ट्र और गोवा से अररिया को, मध्यप्रदेश से बक्सर को, हिमाचल प्रदेश से नालन्दा को, जम्मू-कश्मीर से झारखण्ड को, उत्तर-पूर्वी राज्यों से किशनगंज को और बंगलुरू से समस्तीपुर को मिलने की संभावना है।

बिहार पंचायत चुनाव एम-2 मॉडल ईवीएम से कराया जाएगा। उम-2 मॉडल ईवीएम दूसरे राज्यों से जिलों में मंगाए जाने के बाद उसकी फस्ट लेवल जाँच (एफएलसी) के लिए भारत निर्वाचन आयोग से संबंधित कंपनियों के इंजीनियरों को भेजने का अनुरोध किया गया है। सभी मंगाए जाने वाले ईवीएम की जाँच के बाद ही जिलों को चुनाव कराने के लिए सौंपा जाएगा। इस ईवीएम को बनाने वाली कंपनियों के इंजीनियर बैलेट यूनिट एवंकंट्रोल यूनिट को जोड़कर चुनाव के लिए तैयार करेंगे।

You may have missed