नई दिल्ली, (एजेंसी)। केंद्र सरकार द्वारा आए गए तीन कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन पिछले 7 महीनों से लकातार जारी है। कृषि कानूनों को लेकर सबसे ज्यादा नाराजगी पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में देखी जा रही है। अलग-अलग किसान संगठनों का दावा है कि किसान आंदोलन में कई लोगों ने अपनी जान गवाई है। पंजाब में अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं। ऐसे में वहां की राजनीति में किसान और किसानों के मुद्दे उठ रहे हैं। किसान आंदोलन के विरोध में शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा के साथ अपना पुराना गठबंधन भी तोड़ लिया।
इन सबके बीच शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने बड़ा ऐलान किया है। सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि किसान आंदोलन में पिछले 7 महीने में कई किसान अपनी जान दे चुके हैं। अगर पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी की सरकार आती है तो जिन लोगों ने इस संघर्ष में अपनी शहादत दी है, उस परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक सुखबीर बादल ने कहा कि उस परिवार के सभी बच्चों को पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई मुफ़्त दी जाएगी और उस परिवार का मेडिकल इंश्योरेंस किया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसान 7 महीनों से डटे हुए हैं। किसानों की लगातार मांग कृषि कानूनों को निरस्त करने की है जबकि सरकार बातचीत को तैयार है लेकिन वह पूरी तरह से कृषि कानूनों को निरस्त करने के पक्ष में नहीं है।


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