राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार को सड़कों की नई सौगात दी। नीतीश कुमार ने तीन स्टेट हाइवे और एक बाइपास का लोकार्पण किया। इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन्होंने कहा कि कभी सोचा था कि पांच घंटे में किसी भी जिला से पटना पहुंच जाएंगे। पहले की क्या स्थिति थी? केंद्र की कई योजनाओं को भी ठीक कराया। इस दौरान नीतीश कुमार ने इंजीनियरों को नसीहत भी दी। कहा हम भी इंजीनियरिंग किये हैं। हमें सब पता है। काम कीजिए नहीं तो कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की जो सड़कें खराब थी, उसको हम लोगों ने 1,000 करोड़ रुपए खर्च कर ठीक कराया। हम लोगों को लगा कि राशि मिल जाएगी, लेकिन नहीं मिली। यह अलग बात है। पथ निर्माण विभाग ने बाइपास निर्माण के लिए 120 स्थानों को चिह्नित किया है। हमने तय किया है कि सड़क-पुल का निर्माण करेंगे, साथ-साथ उसका मेंटेनेन्स भी करेंगे। रख-रखाव का काम डिपार्टमेंट करे, हम बार-बार कह रहे हैं। खाली ठेकेदारी से काम नहीं चलता है। कर्मचारी और इंजीनियर की कमी है तो नियुक्त करेंगे।
विभाग के इंजीनियरों को आड़े हाथों लेते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज-कल इंजीनियर का क्या काम है, सिर्फ देखभाल ही करते हैं न? इंजीनियर देखभाल, सेंक्शन और कागजी कार्रवाई करते हैं। हमने तो भवन निर्माण, पथ निर्माण को कहा है। हम प्रार्थना करते हैं कि आप लोग मेंटेनेन्स का काम खुद करिए। ठेकेदारी से काम नहीं चलेगा। रेलवे की तरह हमने भी सुझाव दिया था कि मेंटेनेन्स का काम इंजीनियर देखें, जैसे रेलवे करता है। उन्होंने कहा कि हम भी इंजीनियर ही हैं। हमारे साथ पढ़े इंजीनियर कब का रिटायर हो गए। डिपार्टमेंट में इंजीनियर चाहेगा कि यह काम नहीं हो, क्योंकि मेहनत करनी पड़ेगी। अगर जिम्मेदारी देंगे और मेंटेनेन्स नहीं करेगा तो कार्रवाई भी होगी।
नीतीश ने कहा कि पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा अब जाने वाले हैं। जाते-जाते यह काम करवा दीजिए। भूलिएगा मत। हम भी वही पढ़ाई पढ़े हैं। ऐसा काम कीजिए कि नाम हो। बढ़िया काम करिएगा तो पॉलिटिकल लोगों से अधिक इंजीनियरों को सम्मान मिलेगा। उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राज कुमार सिंह, बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी के अलावे पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज भी मौजूद थे।
इस चार योजनाओं में बिहिया-जगदीशपुर पीरो बिहटा रऌ 102 का लोकार्पण हुआ। यह सड़क भोजपुर जिले में है। पटना-बक्सर 4 लेन सड़क से सोन नदी के पश्चिमी किनारे आकर दनवार बिहटा में मिलता है, जहां से नासरीगंज दाउदनगर पुल के माध्यम से मगध प्रमंडल क्षेत्र की कनेक्टिविटी होती है। 54 किमी से लंबी इस सड़क की लागत 504.208 करोड़ है। इसे दो लेन में 10 मीटर चौड़ा बनाया गया है।
दूसरी सड़क अमरपुर-अकबरनगर रऌ 85 है। यह सड़क भागलपुर, मुंगेर और बांका के लिए काफी सुगम होगा। 10 मीटर चौड़े इस दो लेन सड़क की लंबाई 29.3 किमी तो लागत 220.719 करोड़ है। अकबरनगर के पास में सुल्तानगंज से अगुआनी घाट पर नया गंगापुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। उसके बन जाने के बाद इस सड़क के माध्यम से उत्तर बिहार की सुगम संपर्कता स्थापित हो सकेगी। तीसरी सड़क, घोघा पंजवारा रऌ 84 है। भागलपुर और बांका के लिए उपयोगी इस रऌ की लंबाई 41.11 किमी है। इसके बन जाने से यह भागलपुर शहर के बाहरी बाईपास की तरह भी काम करेगा। इस प्रोजेक्ट में 332 करोड़ की लागत लगी है।
नीतीश कुमार ने बिहारीगंज बाईपास उदाकिशुनगंज, मधेपुरा और सुपौल जिलों के लोगों को भी बड़ी राहत दी है। उदाकिशुनगंज-वीरपुर रऌ 91 के तहत 4.55 किमी लंबे बिहारीगंज बाइपास का निर्माण हुआ है। उदाकिशुनगंज से भटगामा होते हुए विजयघाट पुल के माध्यम से के नवगछिया तक की संपर्कता सुनिश्चित करने को रऌ 58 का 10 मीटर चौड़ीकरण अक्टूबर में पूरा हो जाएगा। इसमें 66.60 करोड़ रुपए की लागत लगी है।


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