बिहार सरकार के तुगलकी फरमान के आदेश की प्रति को जलाकर हुआ विरोध
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
गोपालगंज (थावे)। बिहार सरकार के ऐसे सरकारी कर्मियों की, जिनकी आयु 50 वर्ष से ज्यादा या उनकी कुल सेवा अवधि 25 वर्ष पूर्ण हों गई हो, को तीन माह की पूर्व सूचना के आधार पर तीन माह के वेतन और भत्ते समतुल्य राशि देकर प्रशासन के सुदृढ़ीकरण हेतू कार्यकलापों की आवधिक समीक्षा के नाम पर जबरन सेवानिवृत्ति कराये जाने संबंधी आदेश की प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ घोर भर्त्सना करती है। प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस आन्दोलन का प्रारंभ अपने अपने घरों से किये जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके अन्तर्गत आन्दोलन के प्रथम चरण में आज सभी शिक्षक,शिक्षिकाऐं अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ अपने अपने घरों के छतों पर, बालकनी में इस आदेश की प्रति जलाने का कार्य किया हैं।
कार्यक्रम के बाद विडियो कांफ्रेंस के तहत सभी पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार भारती ने कहा कि राज्य सरकार इस तुगलकी फरमान को वापस नहीं लेती है, तो संघ आगे रणनीति तैयार कर आंदोलन करेंगी।
आदेश की प्रति प्रदेश अध्यक्ष राकेश भारती सहित जिला अध्यक्ष रणदीप सिंह, नगनारायण सिंह, विनय कुमार, रवि कुमार वर्मा, संजय श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव, धुपेन्द्र प्रसाद, राजकपूर, राजेश प्रसाद, रमेश प्रसाद , खुशबू श्रीवास्तव व सुमन कुमारी आदि शिक्षकों ने अपने घरों की बालकनी पर खड़ा होकर आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रकट किया।


More Stories
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
भू-सम्पदा अधिनियम का उलंघन करने वाले प्रमोटर्स की पहचान कर रेरा ने लगाया जुर्माना, प्रोजेक्ट के ज़मीन की रजिस्ट्री एवं दाखिल ख़ारिज पर भी रोक
बिहार में डोमिसाइल नीति लागू, बिहार से मैट्रिक या इंटरमीडिएट करने वाले युवाओं को शिक्षक नियुक्ति में रिक्त पदों के 40 फीसद पदों पर हीं लागू होगा डोमिसाइल