अपनी संघर्षों के बलबूते विधानसभा चुनाव में जाएगा एआईएसएफ, 14 उमीदवारों की पहली सूची जारी
राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) बिहार विधानसभा चुनाव में संघर्षों के विरासत को लेते हुए अपने बलबूते चुनाव मैदान में जाएगा। सोमवार को पटना विश्वविद्यालय सीनेट हॉल के गेट पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एआईएसएफ के नेताओं ने 14 उमीदवारों की पहली सूची जारी की। जिसमें टेकारी से एआईएसएफ के राज्य सह सचिव कुमार जितेन्द्र, सिवान से एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, महनार से एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित, फुलवारी से एआईएसएफ के राज्य कार्यकारिणी सदस्य महेश रजक, महुआ से एआईएसएफ की राष्ट्रीय परिषद सदस्या पिंकी कुमारी, मोहिउद्दीननगर से एआईएसएफ के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष सुधीर कुमार राय, मनेर से एआईएसएफ के पटना जिलासचिव जन्मेजय कुमार, केसरिया से एआईएसएफ के पूर्वी चंपारण जिला संयोजक धनंजय सिंह, जाले से एआईएसएफ के मिथिला विश्विद्यालय सहसंयोजक मो. अरशद सिद्दीकी, अमनौर से एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव, छपरा से एआईएसएफ के राज्यपरिषद सदस्य अमित नयन, मीनापुर से एआईएसएफ नेता आदित्य प्रकाश, डिहरी से एआईएसएफ नेता धर्मेन्द्र कुमार सिंह, फुलपरास से युवा नेता देवशंकर यादव को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया गया। उम्मीदवार बने सभी छात्र नेता 25 से 40 साल के बीच के हैं। एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार एवं राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद कैंपसों को युद्ध के मैदान के रूप में तब्दील किया गया है। सही मायने में विपक्ष की भूमिका छात्रों ने ही निभाते हुए सरकार से लोहा लिया है। रोजी-रोटी के लिए बाहर कमाने गए लोगों को बिहार में नहीं घुसने देने का ऐलान नीतीश कुमार ने कोरोना काल में किया था। भाजपा जदयू को बिहार की सत्ता से बेदखल करने की जिम्मेदारी बिहार की जनता की है। महागठबंधन को भी चाहिए कि हर सीट पर जदयू भाजपा का खाता नहीं खुल पाये इसके लिए एकजुटता के साथ प्रयास करें। छात्र-युवाओं को सम्मान जनक भागीदारी के बिना कोई भी लड़ाई अधूरी होगी। एआईएसएफ नेताओं ने कहा कि बिहार बचाने एवं नया बिहार बनाने के लिए समान स्कूल प्रणाली और स्थायी रोजगार के विकल्प एवं स्वास्थ्य की बदहाली दूर किये बिना नहीं प्राप्त हो सकता है। मौके पर एआईएसएफ के राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुशील उमाराज, पटना जिलासचिव जन्मेजय कुमार, उत्तम कुमार, सफदर इरशाद, अविनाश कुमार, राजेश कुमार, मोहित पासवान, अफ़ज़ल गन्नी, संजीव कुमार सहित दर्जनों छात्र नेता मौजूद थे।


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