नयी शिक्षा नीति 2020 के अनुसार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अनिवार्य
अनुज प्रतिक की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। स्थानीय S.P. I.T.I परिसर में संचालित “मदर टेरेसा नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक एस. पी. चौरसिया ने छपरा शहर और आस पास में संचालित गैर सरकारी स्कूल के निदेशक/ प्राचार्य के साथ हुई एक बैठक में विचार विमर्श के दौरान “नयी शिक्षा नीति 2020” के आलोक में बताया कि शिक्षकों को शिक्षा के अतिरिक्त किसी अन्य कार्यों में संलग्न नहीं किया जा सकता। आंगनबाड़ी को “प्ले स्कूल” में रूपांतरित करने का भी निर्देश है। श्री चौरसिया जी ने यह भी बताया कि सारण जिला में लगभग 1200 गैरसरकारी विद्यालय संचालित हैं जिसमे 60% अप्रशिक्षित शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि भारत सरकार ने 2018 के ही “Early Child Educator” के आधार पर नई शिक्षा नीति 2020 में “Nursary Teacher’s Training” (N.T.T. ) को अनिवार्य कर दिया है। इसी संदर्भ में श्री चौरसिया जी ने बताया कि मेरे संस्थान “मदर टेरेसा नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान “को भारत सरकार द्वारा मान्यता मिल चुकी है। यह सारण ही नहीं पूरे बिहार के अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा। तथा बेरोजगारी से मुक्त होने का भी अवसर प्रदान करेगा। आगे उन्होंने यह भी बताया कि बिहार को छोड़ कर अन्य प्रांतों में बहुत पहले से ही Nursary Teacher’s Training (N.T.T.) संचालित है। लेकिन दुर्भाग्य है कि अभी तक बिहार में यह नहीं हो सका है। इस अवसर पर उपस्थित गैरसरकारी स्कूल के निदेशक/ प्राचार्य सर्व श्री जमाल हैदर, संजय कुमार सिंह और दीनदयाल यादव ने भी अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा नीति के आलोक में सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों/ शिक्षिकाओं को इस संस्थान में Nursary Teachers Training कर लेना चाहिए ताकि अपनी गुणवत्ता में उपलाधि हासिल कर सके और अपने व्यवसाय (कार्य) को सुदृढ़ता तथा दीर्घता प्रदान कर सकें।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन