सिवान में 8 विधानसभा सीटों में 6 पर महागठबंधन का कब्जा
सिवान। सिवान की आठ विधानसभा की सीटों की मतगणना का परिणाम मंगलवार की देर शाम एक एक कर सामने आने लगा। परिणाम 2015 के अनुरूप महागठबंधन के पक्ष में गया। महागठबंधन ने सिवान की आठ में छह सीटों पर कब्जा जमाते हुए बड़ी जीत हासिल की। महागठबंधन की तरफ से जीरादेई विस से माले प्रत्याशी अमरजीत कुशवाहा, दरौली विस से माले के वर्तमान विधायक सत्यदेव राम, महाराजगंज विधानसभा से करीब 40 वर्षों के बाद वापसी करते हुए कांग्रेस के प्रत्याशी विजय शंकर दुबे ने जीत हासिल की। वहीं गोरेयाकोठी से बीजेपी का कमल खिला और देवेशकांत को पहली बार विधायक बनने का मौका जनता ने दिया है। दारौंदा से बीजेपी के कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद इस बाद भी यहां से जीतने में कामयाबी हासिल की है। बड़हरिया से जदयू के चर्चित विधायक श्याम बहादुर सिंह को हार का सामना करना पड़ा है और यहां से लोजपा छोड़कर राजद में आए बच्चा पांडेय ने जीत हासिल की है। रघुनाथपुर में भी राजद ने अपना दबदबा कायम रखा है। यहां से वर्तमान विधायक हरिशंकर यादव ने दूसरी बार जीत हासिल की है। सिवान से भी खबर प्रेषण तक राजद के अवध बिहारी चौधरी ने 15 वर्षों के बाद जीत हासिल कर लालटेन को जलाने का काम किया है। आठों विधानसभा सीट से परिणाम आने के बाद यह साफ हो गया कि सिवान में भी एनडीए के खिलाफ जनता में आक्रोश था और उसका फायदा महागठबंधन में शामिल तीनों पार्टियों को हुआ। बता दें कि 2015 में भी बीजेपी को सिवान में सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल हुई थी, जबकि चार पर जदयू और दो राजद और एक सीट पर माले ने अपना कब्जा रखा था। बताते चलें कि सिवान को राजद का गढ़ के रूप में देखा जाता है। वहीं इस बार आठ में छह सीटों पर महागठबंधन का कब्जा होने के बाद राजद सहित माले और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल कायम है।


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