विधान परिषद की 17 सीटों के चुनाव पर लगा महामारी का ग्रहण
वैश्विक महामारी के सात राज्यों में राज्यसभा की चुनाव स्थगित
पटना। वैश्विक महामारी के कारण बिहार में विधान परिषद के 17 सदस्यों के चुनाव पर ग्रहण लग सकता है। इन सभी का कार्यकाल आगामी छह मई को समाप्त हो रहा है। इन सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया मार्च-अप्रैल महीने में शुरू होने की संभावना थी, लेकिन लॉक डाउन की वजह से चुनाव टल सकता है। हालांकि अभी कार्यकाल करीब सवा महीना शेष है। 14 अप्रैल तक कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देश भर में लॉक डाउन है। इसके बाद ही चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। तब भी छह मई से पहले चुनाव हो पाना संभव नहीं दिखता है। इसलिए चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है। विधान सभा कोटे की नौ और स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चार-चार सदस्यों का कार्यकाल मई में समाप्त हो रहा है। हालांकि राज्यपाल कोटे के 10 सदस्यों का कार्यकाल भी 23 मई को समाप्त हो रहा है।
इस बीच निर्वाचन आयोग ने सात राज्यों में राज्यसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान और मतगणना की तिथि को भी आगे बढ़ा दिया है। चुनाव आयोग की ओर से 24 मार्च को जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से आंध्रप्रदेश, गुजरात, झारखंड, मध्यप्रदेश, मणिपुर, मेघालय और राजस्थान में 26 मार्च होने मतदान और मतगणना की तिथि को आगे बढ़ा दिया है। आयोग ने कहा है कि स्थिति सामान्य होने के बाद मतदान व मतगणना की नयी तिथि घोषित की जाएगी।
बताते चलें कि इन राज्यों के साथ बिहार में भी राज्य सभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन बिहार में पांच सीटों के लिए पांच ही उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। इस कारण नाम वापसी के अंतिम दिन सभी को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया गया और उन्हें सर्किफिकेट प्रदान कर दिया। वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो रहा है।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन