राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

कही देवराहा बाबा की भविष्यवाणी सच तो नहीं होने जा रही ?

बिपिन कुमार शर्मा
दरियापुर (सारण)- योगनी एकादसी पर ब्रह्मांड फाड़ कर देह त्यागने वाले महान संत शिरोमणि देवराहा बाबा की भविष्यवाणी कहि सच तो नहीं होने जा रही? बरे बुजुर्गो के अनुसार बाबा अक्सर कहा करते थे कि आने वाले समय में पृथ्वी की तीन चौथाई आबादी खत्म हो जाएगी ।
बाबा जिस समय का बात करते थे वह समय कहि यही तो नही लोगों के मन इस प्रकार की आशंका बार बार उठ रही हैं, उनके द्वारा की गई भविष्यवाणी लोगो के द्वारा सुन ह्रदय काँपने लगता हैं, इस्वर से विन्रम प्राथना हैं यह महामारी यही थम जाए और जन जीवन सामान्य होने लगे । देवराहा बाबा कहते थे जब धरती पर महामारी का प्रकोप होगा तब उनमे वे लोग ज्यादा मरेंगे जो ईश्वर को नही मानते तथा अहंकारी होते है, माँसाहारी एवं मदिरा का आदि का सेवन करते हैं ,बाबा ने जो बाते कहि और जैसा अभी महौल बन रहा है उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि शायद उनकी भविष्यवाणी सच होने जा रही हैं। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर गलत व्यसनों को छोड़ और परमार्थी बने तथा ईश्वर से प्राथना करे कि हे परमपिता परमात्मा कृपा करें और जैसे भी हो इस आपदा की घड़ी से उबारे प्रभु ।मनुष्य को किसी के साथ दुर्ब्यवहार नही करना चाहिए हत्या, धोखा, बईमानी एवं छल कपट नही करना चाहिए।

अब तक जो अपराध हमलोगों से हुआ है उनके लिए ईश्वर या ईश्वर का ही दूसरा स्वरूप प्रकीर्ति और इस धारा पृथ्वी से क्षमा मांगना चाहिए अब तक किए गए अपने अपराधों के लिए यही सबसे अच्छा और सच्चा प्रायश्चित होगा। पहले हमलोगों के पूर्वज लोग प्रातः उठते ही जमीन पर पैर रखने से पहले धरती माँ को हाथों से स्पर्श कर मस्तक से लगाते और कहते थे धरती माँ तू बड़ी तोसे बड़ो न कोए, प्रातः उठकर पग धरु बैकुंठ बसेरो होए।
यह पृथ्वी माँ ही हमको अपनी गोद में बैठाकर लालन पालन कर रही हैं पृथ्वी के उपराँत नम्बर आता हैं सूर्य नारायण भगवान का जिनकी कृपा से यह सारा संसार पल रहा है,यही स्थिति प्रकृति का है जिसकी वजह से हवा वृक्षावली और जल आदि से हम सब पोसित होते हैं। हमारी संस्कृति कृतग्य संस्कृति हैं। अतः हम सभी कृतज्ञ होना चाहिए। यह दुर्भाग्य है कि कृतज्ञता लोप होती जा रही हैं और कृतघ्नता दिन दुनि रात चौगुनी फल फूल रही हैं। इसी का यह दुष्परिणाम हैं जो पूरे विश्व में दिखाई दे रहा है।

You may have missed