राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। बिहार में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। वहीं पॉजिटिव मरीज की मौत होने पर परिजनों का अस्पताल पर गुस्सा फूट रहा है। ऐसा ही एक मामला पटना स्थित कोविड डेडिकेटेड नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में देखने को मिला। यहां बक्सर से आई एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महिला के बच्चों का कहना है कि डॉक्टरों की अनदेखी की वजह से उनकी मां की मौत हुई है। हंगामे के बाद एनएमसीएच अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने सुरक्षा के इंतजाम की मांग करते हुए पटना के डीएम और एसएसपी को पत्र लिखा है। अस्पताल में गुरुवार को 17 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। अस्पताल में लगभग 350 कोरोना मरीज भर्ती हैं।
मृतका के बच्चों का कहना है कि वे बक्सर से मां का इलाज करवाने के लिए यहां आए थे। मेरी मां कोरोना से संक्रमित थी। गुरुवार दोपहर एक बजे मां की तबीयत बिगड़ने लगी तो वे डॉक्टर को बुलाने के लिए उनके रूम में गए लेकिन वहां कोई नहीं था। इसके बाद वे नीचे के फ्लोर पर गए तो वहां मौजूद डॉक्टर ने कहा कि वे ऊपर के फ्लोर वाले मरीज को नहीं देखेंगे। काफी मिन्नतों के बाद भी कोई उनकी मां को देखने के लिए आया।
चार घंटे तक गुहार लगाने के बाद भी कोई मां को देखने नहीं आया। रात में मां की मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने घटना का वीडियो बनाना शुरू किया तो अस्पताल के कुछ लोगों ने उनके और बहन के साथ मारपीट की। साथ ही उनपर उल्टा इल्जाम लगा दिया। वहीं अस्पताल अधीक्षक ने डीएम को पत्र के जरिए सारी घटना से अवगत कराया है।


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